जैन स्तुति

कल्लना कंदम

कल्लाना-कंदम पधमम जिनिंदम संतिम ताओ नेमि-जिनम मुनिन्दम पसं पायसं सुगुनिक्का-थानम भट्टि वन्दे सिरि वद्धमानम्

पर द्वारा Tanish Jain 0 टिप्पणी

संसार घोर अपार चे, तेमा दुबेला भव्या ने

संसार घोर अपार चे, तेमा दुबेला भव्या ने हे त्रं भुवन न नाथ मरि कथानि जय कोने काहू कागद लाख्यो पाहुछे नहीं फरियाद जय कोने काहू तू मोक्ष नि मोजर...

पर द्वारा Tanish Jain 0 टिप्पणी