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बावनगजा, बड़वानी - जैन इतिहास में एक पवित्र स्थल

मध्य प्रदेश की सतपुड़ा पहाड़ियों में स्थित बावनगजा (जिसका अर्थ है 52 गज) भारत के सबसे प्रतिष्ठित जैन तीर्थ स्थलों में से एक है। बड़वानी से लगभग 8 किमी दूर स्थित यह स्थल जैन धर्म में गहरा धार्मिक, ऐतिहासिक और स्थापत्य महत्व रखता है।


भगवान ऋषभदेव की प्रतिष्ठित अखंड प्रतिमा


बावनगजा का मुख्य आकर्षण भगवान आदिनाथ (ऋषभदेव) की 84 फीट ऊंची अखंड प्रतिमा है - जो जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर हैं। एक ही पहाड़ी चट्टान को तराश कर बनाई गई यह विस्मयकारी प्रतिमा दुनिया की सबसे ऊंची पत्थर की मूर्तियों में से एक मानी जाती है। 11वीं शताब्दी में निर्मित यह उत्कृष्ट कृति न केवल जैन भक्ति को दर्शाती है, बल्कि उस युग की उन्नत शिल्पकला को भी दर्शाती है।


मूर्ति में भगवान ऋषभदेव को कायोत्सर्ग मुद्रा में खड़े हुए दिखाया गया है , तथा उनके दोनों ओर चक्रवर्ती भरत और बाहुबली की मूर्तियाँ हैं, जो त्याग और आध्यात्मिक शक्ति के जैन मूल्यों का प्रतीक हैं।

धार्मिक महत्व


बावनगजा जैन धर्म के अहिंसा, वैराग्य और आध्यात्मिक ज्ञान के मूल्यों का प्रतीक है। हर साल, हज़ारों जैन श्रद्धालु इस पवित्र पहाड़ी पर श्रद्धांजलि अर्पित करने और आशीर्वाद लेने आते हैं। यह स्थल दिगंबर जैन संप्रदाय के अनुयायियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, हालाँकि इसका सम्मान सभी जैन परंपराओं में किया जाता है।

आध्यात्मिक वास्तुकला


प्रतिमा के आस-पास के क्षेत्र में कई प्राचीन मंदिर, गुफाएँ और शिलालेख हैं , जो जैन धर्म की समृद्ध धार्मिक और स्थापत्य विरासत को दर्शाते हैं। यहाँ के मंदिर जटिल नक्काशी और मूर्तियों से सुसज्जित हैं , जो दिव्य कहानियों और तीर्थंकर शिक्षाओं को प्रदर्शित करते हैं


त्यौहार और तीर्थयात्रा

वार्षिक बावनगजा यात्रा पूरे भारत से तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है, खासकर पौष पूर्णिमा (जनवरी-फरवरी) के दौरान। इस दौरान पूरी पहाड़ी आध्यात्मिक ऊर्जा, जैन मंत्रों और भक्ति गतिविधियों से गूंज उठती है।


मैं बावनगजा, बड़वानी कैसे पहुँच सकता हूँ?

आप बावनगजा तक इस प्रकार पहुंच सकते हैं:

  • सड़क मार्ग से: बड़वानी सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। आप बड़वानी से बावनगजा (लगभग 8 किमी) तक टैक्सी या स्थानीय परिवहन ले सकते हैं।

  • रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन इंदौर या खंडवा है। वहां से बड़वानी के लिए बसें और टैक्सियाँ उपलब्ध हैं।

  • हवाई मार्ग से: निकटतम हवाई अड्डा देवी अहिल्या बाई होल्कर हवाई अड्डा, इंदौर (लगभग 160 किमी) है। हवाई अड्डे से, बड़वानी के लिए टैक्सी या बस लें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (एफएक्यू)

  1. क्या बावनगजा के निकट कोई होटल या ठहरने का विकल्प उपलब्ध है?

हां , जैन तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए बावनगजा के पास बुनियादी आवास सुविधाएं और धर्मशालाएं हैं। बड़वानी शहर में आपको बेहतर होटल विकल्प भी मिल सकते हैं।

  1. बावनगजा घूमने का सबसे अच्छा समय क्या है?

यहां आने का आदर्श समय अक्टूबर से मार्च तक है , विशेषकर पौष पूर्णिमा यात्रा के दौरान जब हजारों भक्त यहां एकत्र होते हैं।

  1. आस-पास के पर्यटक आकर्षण क्या हैं?

आस-पास घूमने लायक कुछ स्थान निम्नलिखित हैं:

  • नर्मदा नदी पर राजघाट – सुंदर नदी तट स्थान।

  • बीजामाता जलप्रपात – एक सुंदर प्राकृतिक स्थल।

  • बड़वानी जैन मंदिर - शहर में समृद्ध आध्यात्मिक वास्तुकला का अन्वेषण करें।

सेंधवा किला - बड़वानी से लगभग 60 किमी दूर ऐतिहासिक स्थल।

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