ऊंचा अंबर थी
03 Apr 2025
ऊँचा अम्बर थी, आवो ने प्रभुजी, - 2
दर्शन करवावें तरसे आँखड़ी, हो हो -2
रमझुम रमझुम आवो हो प्रभुजी,
राह जोयी मैं रातदी, हो हो
दर्शन करवावें तरसे आँखड़ी, हो हो।
हो सूरज ने चाँद लाना दिवा प्रगटव्य,
तम तमता तरलणे मारग बिछाव्या,
भुखोकाधि राहु तो जौरे वातलदि -2
दर्शन करवावें तरसे आँखड़ी, हो हो। - 2
ऊंचा अंबर थी ..../1/
हो आवोन नैनोमथी अमीरस वर्सावोजो,
कपोणे कर्मो म्हारा भक्ति स्विकारजो,
मुखलाडु जोवा हू तो थायो उतावलो -2
दर्शन करवावें तरसे आँखड़ी, हो हो। - 2
ऊंचा अंबर थी.... /2/
हो भक्तिने भवति नमन कर्ता,
मस्तक अमारो तारा चरनो मा डरता,
आतुर तुम संगे कर्ता वतालादि - 2
दर्शन करवावें तरसे आँखड़ी, हो हो। - 2
ऊंचा अंबर थी.... /3/
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